चन्दन मिश्रा हत्या कांड :...... क्या तौसीफ है मास्टरमाइंड?

अस्पताल में शूटआउट: प्लानिंग, हत्या, और जश्न.....4 आरोपियों को पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किया है। इनमें निशु खान और....


चन्दन मिश्रा फाइल फोटो और CCTV में हत्यारे, फोटो सोर्स :Google



नमस्ते! पटना में हुए चंदन मिश्रा हत्याकांड की घटना ने पूरे बिहार को हिलाकर रख दिया है। यह एक सनसनीखेज मामला है जिसमें एक कुख्यात अपराधी को अस्पताल के अंदर घुसकर दिनदहाड़े गोली मार दी गई। आइए जानते हैं इस पूरे मामले की कहानी:


पटना: पारस अस्पताल में चंदन मिश्रा की हत्या, गैंगवार का नतीजा!

पटना, 17 जुलाई 2025: बिहार की राजधानी पटना में स्थित पारस अस्पताल में 17 जुलाई को एक चौंकाने वाली वारदात हुई। बक्सर के कुख्यात अपराधी चंदन कुमार मिश्रा को अस्पताल के प्राइवेट वार्ड में घुसकर पांच हथियारबंद बदमाशों ने गोलियों से भून डाला। इस घटना ने एक बार फिर बिहार में अपराधियों के बेखौफ होने का सबूत दिया है।

क्या था मामला?

चंदन मिश्रा, जिसका आपराधिक इतिहास रहा है और वह कई हत्याओं के मामलों में आरोपी था, बेऊर जेल में बंद था। अपनी खराब तबीयत के कारण उसे इलाज के लिए पैरोल पर रिहा किया गया था और वह पटना के पारस अस्पताल में भर्ती था। पुलिस के अनुसार, चंदन को बवासीर का इलाज कराना था और डॉक्टरों ने उसे 16 जुलाई को ही छुट्टी देने की बात कही थी, लेकिन उसने खुद ही एक दिन और रुकने की जिद की, जिसके चलते वह 17 जुलाई को भी अस्पताल में रहा। शायद यही जिद उसकी मौत का कारण बन गई।

कैसे हुई हत्या?

17 जुलाई की सुबह, लगभग पांच हथियारबंद अपराधी बेखौफ होकर पारस अस्पताल में घुस गए। सीसीटीवी फुटेज में साफ देखा जा सकता है कि ये अपराधी पिस्तौल लहराते हुए चंदन मिश्रा के कमरे (रूम नंबर 209) की ओर बढ़ रहे थे। अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था को धत्ता बताते हुए उन्होंने चंदन पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं। बताया जा रहा है कि अपराधियों ने चंदन को करीब दो दर्जन गोलियां मारीं। यह पूरी वारदात महज 25 सेकंड में अंजाम दी गई और हमलावर इतनी ही देर में फरार भी हो गए। चंदन की मौके पर ही मौत हो गई।

नमस्ते! पटना में हुए चंदन मिश्रा हत्याकांड की घटना ने पूरे बिहार को हिलाकर रख दिया है। यह एक सनसनीखेज मामला है जिसमें एक कुख्यात अपराधी को अस्पताल के अंदर घुसकर दिनदहाड़े गोली मार दी गई। आइए जानते हैं इस पूरे मामले की कहानी:


पटना: पारस अस्पताल में चंदन मिश्रा की हत्या, गैंगवार का नतीजा!

पटना, 17 जुलाई 2025: बिहार की राजधानी पटना में स्थित पारस अस्पताल में 17 जुलाई को एक चौंकाने वाली वारदात हुई। बक्सर के कुख्यात अपराधी चंदन कुमार मिश्रा को अस्पताल के प्राइवेट वार्ड में घुसकर पांच हथियारबंद बदमाशों ने गोलियों से भून डाला। इस घटना ने एक बार फिर बिहार में अपराधियों के बेखौफ होने का सबूत दिया है।

क्या था मामला?

चंदन मिश्रा, जिसका आपराधिक इतिहास रहा है और वह कई हत्याओं के मामलों में आरोपी था, बेऊर जेल में बंद था। अपनी खराब तबीयत के कारण उसे इलाज के लिए पैरोल पर रिहा किया गया था और वह पटना के पारस अस्पताल में भर्ती था। पुलिस के अनुसार, चंदन को बवासीर का इलाज कराना था और डॉक्टरों ने उसे 16 जुलाई को ही छुट्टी देने की बात कही थी, लेकिन उसने खुद ही एक दिन और रुकने की जिद की, जिसके चलते वह 17 जुलाई को भी अस्पताल में रहा। शायद यही जिद उसकी मौत का कारण बन गई।

कैसे हुई हत्या?

17 जुलाई की सुबह, लगभग पांच हथियारबंद अपराधी बेखौफ होकर पारस अस्पताल में घुस गए। सीसीटीवी फुटेज में साफ देखा जा सकता है कि ये अपराधी पिस्तौल लहराते हुए चंदन मिश्रा के कमरे (रूम नंबर 209) की ओर बढ़ रहे थे। अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था को धत्ता बताते हुए उन्होंने चंदन पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं। बताया जा रहा है कि अपराधियों ने चंदन को करीब दो दर्जन गोलियां मारीं। यह पूरी वारदात महज 25 सेकंड में अंजाम दी गई और हमलावर इतनी ही देर में फरार भी हो गए। चंदन की मौके पर ही मौत हो गई।

गैंगवार और पुरानी दुश्मनी

पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया है कि इस हत्याकांड के पीछे गैंगवार और पुरानी दुश्मनी है। सूत्रों के अनुसार, चंदन मिश्रा की हत्या की स्क्रिप्ट पश्चिम बंगाल की पुरुलिया जेल में बंद गैंगस्टर शेरू सिंह ने लिखी थी। शेरू सिंह और चंदन मिश्रा कभी दोस्त हुआ करते थे और दोनों ने मिलकर कई अपराध किए थे। लेकिन एक लड़की को लेकर उनकी दोस्ती में दरार आ गई और वे एक-दूसरे के दुश्मन बन गए। शेरू सिंह को शक था कि चंदन मिश्रा उसकी हत्या करवा सकता है, इसलिए उसने ही पहले चंदन को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया।

पुलिस के मुताबिक, शेरू सिंह ने मुख्य शूटर तौसीफ उर्फ बादशाह को चंदन की हत्या के लिए 10 लाख रुपये की सुपारी दी थी। तौसीफ अपने साथियों के साथ इस वारदात को अंजाम देने के लिए तैयार हो गया।

साजिश और गिरफ्तारी

पुलिस ने बताया कि इस हत्याकांड की साजिश निशु खान उर्फ 'भाईजान' के घर पर रची गई थी। निशु खान, जो खुद को "भावी विधायक" बताता था और सोशल मीडिया पर एक्टिव रहता था, इस पूरे प्लान का मुख्य साजिशकर्ता बताया जा रहा है। पुलिस और एसटीएफ की टीम ने इस मामले में तेजी से कार्रवाई की। तकनीकी साक्ष्यों और सीसीटीवी फुटेज की मदद से पुलिस पश्चिम बंगाल तक पहुंची।

हाल ही में, पुलिस ने इस मामले के मुख्य शूटर तौसीफ उर्फ बादशाह सहित 4 आरोपियों को पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किया है। इनमें निशु खान और कुछ अन्य मददगार भी शामिल हैं। इन सभी को कोलकाता से पटना लाया जा रहा है। पुलिस इन आरोपियों से पूछताछ कर रही है ताकि इस पूरे गैंगवार के पीछे के सभी चेहरे और अन्य मददगारों को भी पकड़ा जा सके।

इस घटना ने बिहार में कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं, खासकर अस्पताल जैसे संवेदनशील जगहों पर सुरक्षा को लेकर। इस मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में कुछ पुलिसकर्मियों को निलंबित भी किया गया है।

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